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पड़ोसन lyrics

शर्म आती है मगर
मेरे भोले बालम
मैं चली मैं चली
एक चतुर नार बड़ी होशियार
भाई भटूर अब जायेंगे कितनी दूर
कहना है आज तुमसे यह पहली
मेरे सामने वाली खिड़की में इक चाँद