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नई दिल्ली lyrics

बारी बरसी खट्टन
तुम संग प्रीत लगायी
कोई मेरे सपनो
गोरी तेरे सपनो के सजना
अरे भाई निकल के
मिलते ही नज़र
ज़िन्दगी बहार है
मुरली बैरन भई
नखरेवाली