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Lyricsgram
मेहमान lyrics
क्या चैन से बैठे है
ो बिछड़ जाने वाले
मन का पंछी मस्त पवन
लूट लिया मेरे सपनो
उफ़ ये जवानी
तू डर मत
राम रहीम
मेरे चाहत रहेगी हमेशा
मुझे न पकड़