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Lyricsgram
मझधार lyrics
ताराराम तररम
क्या ज़माना आगया
हमने ख़ामोशी से
सागर से गहरा है प्यार
क्यों इतनी मगरूर
मैं इस से मोहब्बत करता हूँ
ए मेरे दोस्त दोस्ती की कसम