Lyricsgram

मजबूर lyrics

अब डरने की कोई बात नहीं
दमन है चक चक मेरा
मैं तो रह गयी आज अकेली
दिल मेरा तोड़ा
गोरी सखियो से
हर शै पे जवानी है
पिया मिलन को ा
मैं वही वही बात
यह बात होती है
तेरे बिना ओ सजना
दीवाना कह के
बदली है ज़माने की नज़र
तुम्हे जो भी देख लेगा
देख सकता हूँ
रूठे रब को मनाना
नहीं मैं नहीं देख सकता
कभी सोचता हु के
दारु की बोतल में
रिम झिम बरास्ता बहार ये पानी
मेरे सनम तेरे सर की कसम
कृष्णा गोविन्दा मुरारी
धुंडु धुंडु इधर उधर
धक् धक् तेरा दिल धड़के