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Lyricsgram
कुछ खट्टी कुछ मीठी lyrics
देखो तुम न रूठो ज़रा
कदमों पे मेरे शाम
कुछ खट्टी कुछ मीठी
सामने बैठ कर
तुमको सिर्फ तुमको
नींदें उड़ रही है
बंद कमरे में