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Lyricsgram
किनारे किनारे lyrics
सुलग उठी दिल की लगी
क़दमों में शमा के
छलिया तेरी बातों बातों में
तेरी तस्वीर भी तुझ जैसी
ो मस्त नज़र तू चाहे अगर
माया का आँचल जले
चले जा रहे है
आज अचानक टूट गए क्यूँ
देख ली तेरी खुदाई
जब ग़म ए इश्क़ सताता है
हर आस अश्क़ बार है