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खंडन lyrics

उड़ जा पंछी
तू कौन सी बदली
पी ले पी ले
मेरी अम्मी का राज
मेरे लिए जहाँ में
मार गयी रे
चलो पनिया भरन
मेरे बाग़ का माली
तू होक बड़ा बन जाना अपनी माता का
यह मुलाक़ात एक बहाना है
मुझे जब जब बहारों
नील गगन पर उड़ते बादल
तुम्हीं मेरे मंदिर
ो बड़ी देर भई नंदलाला