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कन्यादान lyrics

तुम नहीं भूलती कहाँ
फूलो की महक लहरो की लचक
संडे को प्यार हुआ मंडे को इकरार हुआ
मिल गए मिल गए आज मेरे सनम
परै हु परै मेरी आरज़ू न कर
मेरी ज़िन्दगी मैं ाह्ते तो कुछ
लिखे जो खत तुझे