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कंगन lyrics

राधे राधे बंसी रही
मरन रे तू ही मेरा श्याम
मैं तोह आरती उतारू
जोगन भटक रही है
भाई रे कबीर सुन ले कबीर
मारे राम जिलावे राम
राधा राधा
क्यों बजे ह्रदय वीणा के तार
जल भरने चलो
हवा तुम धीरे बहो
बन्दे नाव का लंगर
सूनी पड़ी रे सितार
मेरे बाले की पलकों में आ
लिख पढ़ के अच्छा राजा बेटा बन
देखो पनिया भरन
बीस बरस तक लाख सम्भाला
आग लगाना क्या मुश्किल है
मुस्कुराओ की जी नहीं लगता
प्रभु जी मेरे अवगुण
सताए साडी रैना
झुके जो तेरे नैना
पंक्चर यह दुनिया