Toggle navigation
Lyricsgram
ज्योति lyrics
सुन मुन्ने मेरे
आँख मेरी गलती से लड़ गयी
मेरे श्याम मेरे नन्दलाला
सोच के ये गगन झूमे
थोड़ा रेषम लगता है
सूनी सेज सजा दूँ
अंगड़ाई लेके प्रेम जवानी जागी रे
सुन री यशोदा मैया
चिड़िया चूं चूं करती है