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Lyricsgram
जानिसार lyrics
हर तरफ अँधेरा हैं
मसनद लुटि जो शाहे फलक
ए ज़ुल्फ़-इ-परेशान
सावन
अच्छी सूरत पे
तेरी कटीली निगाहों ने मारा
सूफ़िये बा सफा मनम
चंपई रंग यार आ जाये
हमें भी प्यार कर ले