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इन्तहा lyrics

लूट गई लूट गई मैं तो सैन्यं
हैश दे एक कश
तुम जब भी याद आओगे
दुनिया यह दुनिया
अब हमसे अकेले
यूँ ही दिल को अगर
हमसफ़र चाहिए
ढलने लगी है रात