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हाउस ने. ४४ lyrics

देख इधर ो जादूगर
ऊँचे सुर में गाये जा
पिछे पिछे आ कर
आग लगी बंगले में
फैली हुई है सपनों की बाहें
चुप है धरती
दम है बाकी तोह ग़म नहीं
तेरी दुनिया में जीने से