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Lyricsgram
हीर lyrics
तेरे करम को कहेगी दुनिया
आ जाओ तुम्हे दिल का
प्रीत का रोगी हो या जोगी
ओ साजना छूता है
कब तक रहेगा पर्दा
जला के ख़ाक न कर दो
धड़कने लगा दिल
छेदी मौत ने शहनाई
बुलबुल मेरे चमन के
मैं तो हीर का हूँ दीवाना
ले जा उसकी दूवये
ा मेरे रांझना