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हकीकत lyrics

खेलो ना मेरे दिल से
मैं ये सोचकर उसके दर से उठा था
मस्ती में छेड़के तराना कोई दिल का
आई अब की साल दीवाली
होके मजबूर मुझे
कर चले हम फ़िदा
ज़रा सी आहट होती है
ो जाने जान
मेले लगे हैं
में तेरे दिल में
दिल ने दिल से
पपियाँ जाफियां पालें हम
हम प्यार के दीवाने