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Lyricsgram
गवैया lyrics
नहीं अच्छा है
बृंदावन की कुंज गली
अपनी बर्बादी
आज मेरा मन बीन बजाये
तेरी याद का दीपक जलता है
नज़र से जब यह नज़र मिली है
हमारी आँखों से दिल के टुकड़े
ऐसे टूटे तार की