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गंगा जमुना सरस्वती lyrics

पति परमेश्वर के सिवा
तेरे दर को छोड़ चले
साजन मेरा उस पार है
नाचेगी सरस्वती
गंगा आजा
एक एक हो जाये
डिस्को भंगड़ा
चुडिया खनकी