Lyricsgram

गंगा की लहरें lyrics

बैरी बिछुआ बड़ा दुःख
देखो रे कोई कामिनिया
जानेमन हंस लो ज़रा
शम्मा बुझने को चली
छेड़ो न मेरी जुल्फें
जय जय हे जगदम्बे माता
हमारे संग संग