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एक दिन का सुल्तान lyrics

उनसे जो साहब सलामत हो गयी
मेरी बनरी की गोद हरी
किसी के कूचे में
हो हो ख्वाजा अजमेरी
दुनिया हैं एक कहानी
गरीबों की दुनिया
सजा नसीब ने दे
फलक के चाँद का