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दूसरा आदमी lyrics

माथे पेह लगायी के बिंदिया
नजरो से कह दो
जान मेरी रूठ गयी
चल कहीं दूर निकल जाएं
आओ मनाये जश्ने मोहब्बत
आँखों में काजल है