Lyricsgram

दो फूल lyrics

मटक मटक नाचू रे
बचपन का मेरा तेरा प्यार
रूठि जाये रे गुजरिअ
कान्हा न छेड़ो बांसुरी
आ जा आ जा
मै बेज़ुबान हु पँछी
आयी पारी रंग भरी
तड़प तड़प के कटी उम्र
दूर अँधेरा हुआ
माफ़ करो माफ़ करो
मुत्तुकोडी कवादिहाड़ा
लैलो शबाब आयी