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धुंआ lyrics

आँखों से दूर दिलबर
ज़िन्दगी हमसे हुयी है दूर
न चमको रे आज की रात
कभी यह तोह मुझसे पूछो
मैं सागर की मस्त लहर
यह है मौका
तुम मिले
तेरा आसरा है एक
फिर आँख फरकि सनम
हम भी तो