Lyricsgram

दर्शन lyrics

जिन नैनन नीर समाये
श्याम कहा सोया
सजन तुम निकले
परदेसी बाबू
पंछी उड़ जा
मनन की कोठरिया
मैं पी दर्शन
कोई कब तक रहे
बोल रे सहेली तू
मैं कुंजन में