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चित्रलेखा lyrics

तुम जाओ जाओ भगवन
रुत आये रुत जाए
नैय्या धीरे धीरे जाने
नील कमल मुस्काये
मारा गया ब्रह्मचारी
सखी री मेरा मन
संसार से भागे फिरते हो
छा गए बदल
मन्न रे तू कहे
कहे तरसाये जियरा
ऐ री जाने न दूँगी