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बम्बई का बाबू lyrics

ऐसे में कछु कहा
तक धूम तक धूम बजे
पवन चले तो उठे
साथी न कोई मंज़िल
देखने में भोला है दिल का सलोना
दीवाना मस्ताना हुआ दिल
चल री सजनी अब्ब क्या सोचे