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बाजूबंद lyrics

मेरी वही तमन्ना
मन में लगी आग
दिया बुझाओ झटपट झटपट
दिल की महफ़िल में आके
बिना दोष सीता माता को दिया
आरज़ू ये है के निकले दम
बाजूबंद खुल खुल जाये