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बंसरी बाला lyrics

क्रोध न करना
सपनो में आने वाले
रूत आये रूठ जाये सखी
माया मोह के महल सुनहरे
मई तो चंदा की नगरी से आई रे
माँ तेरी ममता कितनी प्यारी
चुप चुप ऑंखे रोये
मेरे नैनो में मेरे सपनो में
मई तो बनी रे जोगन उनकी