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बहन lyrics

तोरे कजरा लगाऊँ मोरी
रातू निष् दिन तेरा नाम रे
प्रीत नहीं जाने
नहीं खाते हैं
मोरा पीहू पीहू मैं बोले
मोहे ले चल अपनी नगरिया
क्यूँ करता मूरख आशा
कोयल गा रे पपीहे
किये जा सबका भला
आयी जवानी जिया लेहरायें
आज चली ससुराल सखी री