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Lyricsgram
औलाद lyrics
दगाबाज़ पिया
अरमान था हमें जिनका
जोड़ी हमारी जामेगा
कब तक हुज़ूर रूठे
अब के बहार आयी है
नाज़ुक नाज़ुक बदन
रस्ते का माल सस्ते में
लो जा रहा है कोई
जीवन ज्योत जले
एक माँ का दिल
तो फिर हो जाये
तन तन तन