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असली-नक़ली lyrics

गोरी ज़रा हास् दे
असली क्या है नक़्ली क्या
छेड़ा मेरे दिल ने तराना
तुझे जीवन की डोर से
लाख छुपाओ छुप न सकेगा
एक बुत बनाऊगा तेरा
तेरा मेरा प्यार अमर फिर