Toggle navigation
Lyricsgram
ऑंखें lyrics
लूट जा यही दिन है किसी पे लूट जा
उस मुल्क की सरहद को कोई छू नही सकता
मेरी सुनले अरज बाँवरी
मिलती है ज़िन्दगी में
गैरों पे करम