Lyricsgram

अंधेर नगरी चौपट राजा lyrics

कोई दुखियारी आयी तेरे द्वार
कटती नहीं रात
दीप जल रहा है
मेरे परदेसी मेहमान
कहो जी हम कब तक कँवरे
एक बार तो मिल लो गले