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अमर सिंह राठौड़ lyrics

सुनि पिता की आज्ञा
ो दिलवालो बैठो संभल
मैं हूँ अकेली संग ना सहेली
जय आंबे जय जय जगदम्बे
जान न पहचान
चोरी चोरी मत देखो जी