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अधर्म lyrics

तुन्ना तुन्ना टा टा तुन्ना
जलती हुई चिंगारी
गीत बांके लबों पे
एक बार तो कह दे तू
बरसा बरसे
ाँगना
रोवन अँखियाँ दिल घबराये
मैंने कभी सोचा नहीं
जाने किया क्या तूने इशारा
जीव लेवेगा रे
अब मेरे ही घर आएगी तन्हाई