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अछूत कन्या lyrics

खेत की मूली बाग़ के आम
उडी हवा में जाती है
पीर पीर क्या करता
मैं बान की छिड़िया
किट गए हो खेवनहार
किसे करता मूरख प्यार
हरी बेस सकल संसारा
धीरे बहो नदिया धीरे
छोड़ी मैं लाया